काल गुजारी नगर पंचायत की भुगत रहा है पुलिस विभाग

*कारगुजारी नगर पंचायत की और खामियाजा भुगत रहे है पुलिसकर्मी*


      
घोसी(मऊ) । *हमने न सुधरने की कसम खा रखी है* कुछ ऐसी ही कसम खा रखा है घोसी नगर पंचायत का प्रशासन। प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री द्वारा स्वच्छ भारत मिशन को लेकर चलाया जा रहा जागरूकता अभियान घोसी नगर में पूरी तरह फ्लॉप होता दिख रहा है और उसका खामियाजा पुलिसकर्मियों को भुगतना पड़ रहस्य है। नगर पंचायत प्रशासन घोसी में स्वच्छ भारत मिशन के प्रति बिल्कुल ही लापरवाह साबित नजर आ रहा है। इस स्वच्छ भारत मिशन को मुंह चिढ़ाने वाला नजारा कोतवाली के पीछे देखा जा सकता है।जहां कूड़ो का अंबार व नाला जाम होने की वजह से लोगों के घरों का गंदा पानी नाले में सड़ रहा है। इस पानी की सड़न से गन्दी बदबू की वजह से स्थानीय वार्डवासी एवं कोतवाली परिसर में कार्यरत पुलिसकर्मीयों का जीना दूभर हो गया है। जबकि कोतवाली के बगल में ही स्थित नगर पंचायत कार्यालय में बैठे अधिशाषी अधिकारी व नगर पंचायत अध्यक्षा के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है।
    ज्ञात हो नगर पंचायत द्वारा नगर को साफ सुथरा रखने के उद्देश्य से छोटी-बड़ी दर्जनों कूड़ा गाड़ी लगाई गई है लेकिन कूड़ों के ढेर को गिराने के लिये नगर पंचायत ने कोई व्यवस्था नहीं की है।कूड़ा गिराने में नगर पंचायत अपनी मनमानी चलाते हुए कहीं भी कूड़े को गिराने लगते हैं। इसी कड़ी में कोतवाली घोसी के पीछे ही विगत कई महीनों से कूड़ों का ढेर गिराया जा रहा है।विगत चार दिनों से हुई बारिश ने तो स्थिति को और भी बदतर बना दिया है। बारिश के बाद कूड़ों के मलवे से उठने वाली दुर्गंध से पुलिसकर्मियों का जीना दूभर हो गया है।जो पुलिस वाले पूरे नगर की सेवा के लिए ना दिन देखते हैं ना रात हर समय जनता की सेवा के लिए खड़े रहते हैं, उन पुलिस वालों की नींद हराम हो गई हैं न तो वो सो पाते हैं नही बैठ पाते हैं प्रदूषण से तंग आ चुके हैं।इस तरह नगर पंचायत की कारगुज़ारियों का खामियाजा पुलिसकर्मियों को भुगतना पड़ रहा है। लगता है किसी पुलिसकर्मी को कोई गंभीर बीमारी देने के बाद ही नगर पंचायत प्रशासन की आंख खुलेगी।